PC: saamtv
देश के कई राज्यों में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है, कई जगहों पर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर रहा है और मौसम विभाग के अनुसार मानसून के मौसम में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। ऐसे मौसम में सुरक्षित रहना बहुत जरूरी है। एसी का इस्तेमाल खुद को गर्मी से बचाने का कारगर उपाय माना जाता है, लेकिन इसका ज्यादा इस्तेमाल आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। एसी के लगातार इस्तेमाल से त्वचा, आंख और सांस संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
एसी गर्मियों में राहत देता है, लेकिन पूरे दिन इसमें रहने से शरीर पर असर पड़ सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि एसी हवा में नमी को कम करता है, जिससे वातावरण शुष्क हो जाता है। इसका असर त्वचा, आंखों और श्वसन तंत्र पर पड़ता है। लंबे समय तक ऐसे शुष्क मौसम में रहने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो पहले से ही परेशान हैं।
एसी गर्मियों में शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में उपयोगी है, लेकिन इसका लंबे समय तक इस्तेमाल त्वचा और आंखों के लिए हानिकारक हो सकता है इससे त्वचा में खुजली, जलन और आंखों के सूखने जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।
कृत्रिम ठंडी हवा शरीर के प्राकृतिक तापमान संतुलन को बिगाड़ देती है, जिससे रक्त संचार धीमा हो जाता है और सिरदर्द और थकान की समस्या हो सकती है। माइग्रेन से पीड़ित लोगों के लिए यह स्थिति और भी ज़्यादा तकलीफ़देह हो सकती है। साथ ही, लंबे समय तक शुष्क वातावरण में रहने से अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी सांस संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। अगर एसी को साफ न रखा जाए तो उसमें फफूंद, धूल और कीटाणु जमा हो जाते हैं, जिससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।